जिनपर कृपा राम करे वो पत्थर भी तीर जाते हैं
Jin Par Kirpa Ram Kare
यह गीत रामायण के उस अंक का हैं जब समुद्र देव के कहने पर नल और नील द्वारा समुद्र पर सेतू निर्माण आरंभ होता हैं। उस समय हनुमान जी हर पत्थर पर राम नाम लिख समुद्र में डालते हैं।
श्री रघुवीर प्रताप ते, सिन्धु तरे पासाण
देवती मन्द जो राम तSज, भजहीं जाए प्रभु आन
राम नाम आधार जिन्हें राम नाम आधार जिन्हें
वो जल में राह बनाते हैं
जिनपर कृपा राम करे वो पत्थर भी तीर जाते हैं
जिनपर कृपा राम करे वो पत्थर भी तीर जाते हैं
लक्ष्य राम जी, सिद्धी राम जी
राम ही राह बनाई लक्ष्य राम जी, सिद्धी राम जी
राम ही राह बनाई
राम कर्म हैं, राम हैं कर्ता
राम की सकल बड़ाई राम कर्म हैं, राम हैं कर्ता
राम की सकल बड़ाई
राम काम करने वालों में राम की शक्ति समाई
पृथक-पृथक नामों से सारे काम करे रघुराई
भक्त परायण निज भक्तों को सारा श्रेय दिलाते हैं
जिनपर कृपा राम करे वो पत्थर भी तीर जाते हैं
घट-घट बस के, आप ही अपना
नाम रटा देते हैं -घट-घट बस के, आप ही अपना
नाम रटा देते हैं
हर कार्य में, निज भक्तों का
हाथ बटा देते हैं -हर कार्य में, निज भक्तों का
हाथ बटा देते हैं
बाधाओं के सारे पत्थर राम हटा देते हैं
अपने ऊपर लेकर उनका भार घटा देते हैं
पत्थर क्या प्रभु तीन लोक का सारा भार उठाते हैं
जिनपर कृपा राम करे वो पत्थर भी तीर जाते हैं
॥ जय श्री राम
Ati sunder
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंThanks
जवाब देंहटाएं