बुधवार, 30 सितंबर 2020

माँ बाप की सेवा से बड़ा कोई और धर्म नहीं हिन्दी कहानी मा bap sewa se bada koi dharm nahi

प्रेरणादायक कहानी


एक गाँव में डालिया नाम का एक गरीब किसान रहता था। उसके दो बेटे थे हीरा और दीनू। डालिया बड़ा नेक और ईमानदार था। पत्नी के गुजर जाने के बाद भी उसने दोनों बच्चों की बड़ी मुश्किल से परवरिश की बड़ा बेटा खुब पढाई करता हैं, इसके विपरीत छोटा बेटा ज्यादा नहीं पढ़ पाता हैं। जब उसके लड़के बड़े हो गए तो उसने उनकी शादी करवा दी। दीनू पढ़ा लिखा था इसीलिए उसे शहर नौकरी मिल गई। अब वह शहर जाकर पत्नी के साथ रहने लगा।
 
हीरा कम पढ़ा लिखा इसलिए उसे कोई योग्य काम न मिल पाने के कारण गांव में ही रह कर खेती बाड़ी में अपने पिता का हाथ बटाने लगा। जैसे तैसे समय बितता गया। एक बार डालिया बहुत बिमार हुआ,उसे शहर के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाना था तो उसने अपने बड़े बेटे दीनू को संदेश भिजवाया। दीनू ने अपनी पत्नी को बताया तो पत्नी ने ये कहकर मना कर दिया कि बड़े अस्पताल में बहुत ज्यादा खर्च लगता हैं, पिताजी को गाँव के किसी सरकारी अस्पताल में भर्ती करवा देते हैं और वहाँ आपका छोटा भाई हैं ही उनकी देखभाल करने के लिए। दीनू ने संदेश में गाँव न आ पाने की अपनी असमर्थता बताते हुए मना कर दिया। इसके बाद हीरा ने जैसे तैसे कुछ पैसे इकट्ठे करके पिता का इलाज करवाता हैं। इलाज में बहुत अधिक खर्चा होने के कारण उन पर बहुत ही ज्यादा कर्जा हो जाता हैं, ये देख दीनू गाँव आना ही बंद कर देता हैं उनका सब कुछ गिरवी हो जाता हैं। इसके बाद हीरा कड़ी मेहनत कर एक-एक करके सभी का कर्जा चुकाने लगता हैं, धीरे-धीरे  करके कुछ समय में कर्ज से पुरी तरह मुक्त हो जाता हैं। इसके बाद वह फिर से कर्ज लेकर अपना छोटा सा व्यवसाय प्रारंभ करता है। ईश्वर की कृपा से उसका व्यवसाय चलने लगता हैं। कुछ ही समय में उसके पास खुब पैसा हो जाता है। ठीक इसके विपरीत दीनू की पत्नी धन को पानी की तरह बहाती थी, इस कारण उसके पास धन का अभाव होता गया , जहाँ वह काम कर रहा था वहाँ भी भारी नुकसान होने के कारण वह दुकान बंद हो जाती हैं और वह बेरोजगार हो जाता है। उसकी दशा बहुत ही दयनीय हो जाती हैं। अब वह अपनी पत्नी के साथ वापस गाँव लौटता हैं और अपने भाई और पिता के पास जाकर रोने लगता हैं। बाप उसे बहुत खरी खोटी सुनाता हैं, और घर से निकल जाने को कहता हैं, लेकिन हीरा कहता है पिताजी जो हुआ उसे भूल जाईए इस समय भाई तकलीफ में है हमें इनकी सहायता करनी चाहिए। फिर डालिया उसे घर में रख लेता है और दोनों भाई मिलकर व्यवसाय करते हैं और खुब पैसा कमाते हैं इस तरह डालिया का घर बहुत ही समृद्ध हो जाता है। 

शिक्षा -  माँ बाप की सेवा से बड़ा कोई और धर्म नहीं

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