शनिवार, 18 जनवरी 2025

सुंदर कैसे दिखें: एक अनोखा और प्रभावी मार्गदर्शन sundar kese dikhe ek anokha prabhav

सुंदर कैसे दिखें: एक अनोखा और प्रभावी मार्गदर्शन
सुंदर दिखना हर किसी की चाहत होती है। यह न केवल आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है, बल्कि आपकी व्यक्तित्व को भी निखारता है। हालांकि सुंदरता केवल बाहरी नहीं होती, बल्कि आंतरिक सुंदरता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम आपको 1300 शब्दों में सुंदर दिखने के टिप्स देंगे, जो आपकी आंतरिक और बाहरी सुंदरता को निखारने में मदद करेंगे।


1. त्वचा की देखभाल करें

त्वचा आपकी सुंदरता का पहला परिचय है। इसे स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने के लिए सही देखभाल करना जरूरी है।

क्लीनिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग: दिन में दो बार चेहरे को साफ करें। त्वचा को टोन करें और फिर मॉइस्चराइजर लगाएं। यह त्वचा को हाइड्रेटेड और चमकदार बनाता है।

सूरज से बचाव: धूप में निकलने से पहले हमेशा सनस्क्रीन लगाएं। यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं और समय से पहले झुर्रियां ला सकती हैं।

डाइट का ध्यान रखें: विटामिन सी और ई से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं। ये त्वचा को पोषण देते हैं और प्राकृतिक ग्लो लाने में मदद करते हैं।

2. स्वस्थ आहार अपनाएं

आप जो खाते हैं, उसका सीधा असर आपके शरीर और त्वचा पर पड़ता है।

फलों और सब्जियों का सेवन: संतरा, पपीता, गाजर, और हरी पत्तेदार सब्जियां त्वचा को चमकदार बनाती हैं।

पानी पीना: रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और त्वचा को हाइड्रेटेड रखता है।

जंक फूड से बचें: ज्यादा तला-भुना और चीनी वाला खाना आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

3. व्यायाम और योग
व्यायाम और योग न केवल आपके शरीर को फिट रखते हैं, बल्कि आपके चेहरे पर भी चमक लाते हैं।

कार्डियो वर्कआउट: दौड़ना, साइकिल चलाना, या तेज चलना आपकी त्वचा को ऑक्सीजन प्रदान करता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है।

योग: प्राणायाम और ध्यान आपके शरीर और मन को शांत रखते हैं। यह आंतरिक सुंदरता को बढ़ाने में मदद करता है।

फेस योगा: चेहरे की मांसपेशियों को टोन करने के लिए फेस योगा करें। यह झुर्रियों को कम करने में मदद करता है।

4. बालों की देखभाल करें

सुंदरता केवल त्वचा तक सीमित नहीं होती। आपके बाल भी आपके व्यक्तित्व को निखारने में अहम भूमिका निभाते हैं।

तेल मालिश करें: हफ्ते में दो बार नारियल, बादाम, या अरंडी के तेल से बालों की मालिश करें। यह बालों को पोषण देता है।

शैंपू और कंडीशनर: सही प्रकार के शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें, जो आपके बालों के प्रकार के लिए उपयुक्त हो।

डाइट में प्रोटीन शामिल करें: अंडा, मछली, और सोयाबीन जैसे प्रोटीन युक्त आहार बालों को मजबूत बनाते हैं।

5. मेकअप का सही इस्तेमाल

मेकअप आपकी सुंदरता को बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका है, लेकिन इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना जरूरी है।

प्राकृतिक लुक: हल्के मेकअप का उपयोग करें। ज्यादा मेकअप कभी-कभी अनावश्यक लगता है।

फाउंडेशन का चयन: अपनी त्वचा के रंग से मेल खाता हुआ फाउंडेशन चुनें।

आई मेकअप: आंखों को हाइलाइट करने के लिए आईलाइनर और मस्कारा का उपयोग करें।

लिपस्टिक: अपने होठों के लिए ऐसा शेड चुनें, जो आपके पहनावे से मेल खाता हो।


6. अच्छा पहनावा चुनें

आपका पहनावा आपकी सुंदरता को निखार सकता है। सही कपड़े और रंगों का चयन करना जरूरी है।

फिटिंग: अपने शरीर के आकार के अनुसार कपड़े चुनें। बहुत टाइट या बहुत ढीले कपड़े पहनने से बचें।

रंगों का चयन: अपनी त्वचा की टोन के अनुसार रंगों का चयन करें।

एसेसरीज: हल्के गहने और घड़ी जैसी एसेसरीज आपकी पर्सनालिटी को उभार सकती हैं।

7. आत्मविश्वास बढ़ाएं

सुंदरता केवल बाहरी नहीं होती। आपका आत्मविश्वास और व्यक्तित्व आपकी सुंदरता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सकारात्मक सोच: हमेशा सकारात्मक सोच रखें। यह आपके चेहरे पर प्राकृतिक चमक लाता है।

मुस्कुराहट: एक हल्की मुस्कान किसी को भी आकर्षित कर सकती है।

आत्मनिर्भरता: अपने आप पर विश्वास करें और अपनी योग्यता को पहचानें।

8. नींद पूरी करें

पूरी नींद आपकी सुंदरता के लिए बेहद जरूरी है।

7-8 घंटे की नींद: रोजाना पर्याप्त नींद लें। यह आंखों के नीचे के काले घेरे और थकान को दूर करता है।

रात का स्किन केयर रूटीन: सोने से पहले अपनी त्वचा को साफ करें और नाइट क्रीम लगाएं।

9. खुश रहें और तनाव से बचें

तनाव का असर आपके चेहरे और शरीर पर दिखाई देता है।

ध्यान और मेडिटेशन करें: यह मानसिक शांति देता है और आपको तनाव से दूर रखता है।

मनपसंद गतिविधियां करें: अपनी पसंद की हॉबीज़ में समय बिताएं। यह आपको खुश रखता है।

सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं: सकारात्मक माहौल में रहना आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।


10. आंतरिक सुंदरता का महत्व

आंतरिक सुंदरता आपकी बाहरी सुंदरता को भी निखारती है।

दया और प्रेम: दूसरों के प्रति दयालु रहें। यह आपके व्यक्तित्व को आकर्षक बनाता है।

ज्ञान बढ़ाएं: नई चीजें सीखें और अपने ज्ञान को बढ़ाएं।

सादगी अपनाएं: सादगी में सुंदरता छिपी होती है।


निष्कर्ष

सुंदर दिखना केवल बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक सुंदरता का भी मेल है। सही खानपान, नियमित व्यायाम, त्वचा और बालों की देखभाल, और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर आप न केवल सुंदर दिख सकते हैं, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित कर सकते हैं। याद रखें, हर इंसान की सुंदरता अद्वितीय होती है। खुद से प्यार करें और अपनी खूबियों को स्वीकारें।

यह गाइड आपको अपनी प्राकृतिक सुंदरता को निखारने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करेगा।


बुधवार, 15 जनवरी 2025

मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (Dissociative Identity Disorder): एक गहन अध्ययन

मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (Dissociative Identity Disorder): एक गहन अध्ययन
मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (Multiple Personality Disorder) जिसे आजकल डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर (Dissociative Identity Disorder या DID) कहा जाता है, मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक जटिल और विवादित स्थिति है। यह एक दुर्लभ मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति के मन में एक से अधिक व्यक्तित्व (Personalities) विकसित हो जाते हैं। प्रत्येक व्यक्तित्व में अपने विचार, यादें, और व्यवहार हो सकते हैं, और ये व्यक्तित्व एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकते हैं।

मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर क्या है?

मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (MPD) एक प्रकार का डिसोसिएटिव डिसऑर्डर है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब किसी व्यक्ति का मन और चेतना, विभिन्न व्यक्तित्वों में विभाजित हो जाती है। DID में, एक व्यक्ति के भीतर मौजूद अलग-अलग व्यक्तित्व (जिन्हें "अल्टर्स" कहा जाता है) अलग-अलग नाम, आयु, लिंग, रुचियां और यहां तक कि शारीरिक लक्षण (जैसे दृष्टि या आवाज़) तक हो सकते हैं।

यह विकार व्यक्ति के जीवन में भारी मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक चुनौतियां उत्पन्न कर सकता है। DID से पीड़ित व्यक्ति अक्सर अपने अल्टर्स के बीच स्विच करते समय स्मृति दोष, भ्रम और गहरी असहजता का अनुभव करते हैं।

DID के कारण
DID के मुख्य कारण आमतौर पर बचपन में गंभीर आघात, शोषण या उपेक्षा से जुड़े होते हैं। शोध में पाया गया है कि यह विकार उन व्यक्तियों में विकसित हो सकता है जो बचपन में शारीरिक, मानसिक, या यौन दुर्व्यवहार के शिकार हुए हैं। DID के विकास का मूल कारण निम्नलिखित हैं:

1. बाल्यावस्था का गंभीर आघात:
बचपन में शारीरिक, भावनात्मक या यौन शोषण के कारण बच्चे की मानसिक स्थिति असहनीय तनाव और डर का सामना करती है।


2. मानसिक दबाव:
बचपन में अत्यधिक दबाव या उपेक्षा मानसिक असंतुलन का कारण बन सकती है।


3. मनोवैज्ञानिक तंत्र:
DID का एक बड़ा पहलू यह है कि व्यक्ति खुद को दर्दनाक अनुभवों से बचाने के लिए अपनी चेतना को विभाजित कर लेता है। यह एक आत्म-रक्षात्मक प्रणाली के रूप में काम करता है।



लक्षण

DID के लक्षण व्यक्ति और परिस्थिति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

1. व्यक्तित्व का विभाजन:
व्यक्ति के भीतर दो या अधिक अलग-अलग व्यक्तित्व या पहचान मौजूद होते हैं। प्रत्येक व्यक्तित्व का अपना दृष्टिकोण और व्यवहार होता है।


2. स्मृति दोष:
व्यक्ति को अक्सर अपने अनुभवों, घटनाओं और कार्यों की याद नहीं रहती।


3. अचानक व्यवहार में परिवर्तन:
व्यक्तित्व स्विच होने पर व्यवहार, रुचियां, भाषा, और यहां तक कि शारीरिक हावभाव भी बदल सकते हैं।


4. डिप्रेशन और चिंता:
DID से ग्रस्त व्यक्ति अक्सर डिप्रेशन, चिंता और आत्महत्या के विचारों से ग्रस्त रहते हैं।


5. आघात से जुड़े फ्लैशबैक:
दर्दनाक अनुभवों की यादें बार-बार उभरती हैं।


6. सोशल और कार्यक्षमता में कमी:
सामाजिक जीवन और पेशेवर जिम्मेदारियों को संभालने में कठिनाई होती है।



DID का निदान

डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर का निदान करना आसान नहीं है। इस स्थिति को समझने और इसकी पहचान करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जाती है:

1. मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन:
व्यक्ति की मानसिक स्थिति का आकलन किया जाता है, जिसमें उसकी यादें, अनुभव और व्यक्तित्व का अध्ययन किया जाता है।


2. डीएसएम-5 मानदंड:
अमेरिकन साइकियाट्रिक एसोसिएशन द्वारा स्थापित मानदंडों के आधार पर DID का निदान किया जाता है।


3. अन्य स्थितियों को खारिज करना:
निदान से पहले यह सुनिश्चित किया जाता है कि व्यक्ति को सिजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर या अन्य मानसिक विकार न हों।



इलाज

DID का कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन इसे प्रबंधित करने के लिए विभिन्न तरीके मौजूद हैं। उपचार का मुख्य उद्देश्य व्यक्तित्वों के बीच संतुलन स्थापित करना और व्यक्ति को उसके दर्दनाक अनुभवों से उबरने में मदद करना है।

1. साइकोथेरेपी (मनोचिकित्सा):

DID का सबसे आम और प्रभावी उपचार।

इसमें टॉक थेरेपी और कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी शामिल होती हैं।

व्यक्ति को अपने अलग-अलग व्यक्तित्वों को समझने और उन्हें एकीकृत करने में मदद की जाती है।



2. मेडिकेशन (दवाएं):

आमतौर पर DID के लिए विशेष दवा नहीं होती, लेकिन डिप्रेशन और चिंता के लिए एंटीडिप्रेसेंट्स और एंटी-एंग्जायटी मेडिकेशन दी जाती हैं।



3. आघात पर आधारित थेरेपी:

इसमें व्यक्ति को अपने दर्दनाक अनुभवों को समझने और उनसे उबरने में सहायता दी जाती है।



4. समूह चिकित्सा:

अन्य लोगों के साथ अपनी स्थिति साझा करना और उनके अनुभवों से सीखना भी DID से उबरने में मदद कर सकता है।




DID के साथ जीवन

DID के साथ जीवन जीना आसान नहीं है। व्यक्ति को खुद को समझने और समाज में स्वीकार्य महसूस करने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है। परिवार और दोस्तों का सहयोग इस स्थिति में बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा, DID से ग्रस्त व्यक्ति को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

1. समर्थन समूह:
ऐसे समूहों से जुड़ें जहां लोग अपने अनुभव साझा कर सकें।


2. स्वास्थ्य प्रबंधन:
अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।


3. तनाव कम करना:
मेडिटेशन, योग और नियमित व्यायाम के माध्यम से तनाव को कम करें।


4. स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मदद लें:
DID के विशेषज्ञों से समय-समय पर परामर्श लें।



समाज में DID के प्रति धारणा

DID को लेकर समाज में बहुत सी गलतफहमियां हैं। इसे अक्सर फिल्मों और टीवी कार्यक्रमों में गलत तरीके से प्रस्तुत किया जाता है, जिससे लोग इसे मनोरंजन के रूप में देखते हैं। यह विकार वास्तव में बहुत गहरी मानसिक पीड़ा से जुड़ा है। समाज को इस स्थिति के प्रति जागरूकता बढ़ानी चाहिए और इससे पीड़ित लोगों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए।

निष्कर्ष

मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर या डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर एक जटिल मानसिक स्थिति है जिसे समझने और स्वीकारने के लिए धैर्य और सहानुभूति की आवश्यकता होती है। हालांकि इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन सही उपचार, समर्थन और आत्म-जागरूकता के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यह जरूरी है कि हम इस विकार को केवल एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में न देखें, बल्कि इसे उन लोगों के संघर्ष का प्रतीक मानें, जो अपने अतीत के दर्दनाक अनुभवों के साथ जीने की कोशिश कर रहे हैं।


बुधवार, 21 अप्रैल 2021

कोरोना से कैसे बचे Corona Se Bachne Ke Upay

Corona Se Kese Bache


 COVID-19 से खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें

खांसी, छींक या बोलने पर संक्रमण के अपने जोखिम को कम करने के लिए अपने और दूसरों के बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। घर के अंदर अपने और दूसरों के बीच और भी अधिक दूरी बनाए रखें। और आगे, बेहतर है।

मास्क पहनना अन्य लोगों के आसपास होने का एक सामान्य हिस्सा है। मास्क को यथासंभव प्रभावी बनाने के लिए उपयुक्त उपयोग, भंडारण और सफाई या निपटान आवश्यक है।

यहाँ कैसे एक mask पहनने की मूल बातें हैं:


Mask Lagane Ka Tarika

अपना मास्क लगाने से पहले अपने हाथों को साफ करें, साथ ही इसे उतारने से पहले और बाद में, और किसी भी समय इसे छूने के बाद।

सुनिश्चित करें कि यह आपकी नाक, मुंह और ठोड़ी दोनों को कवर करता है।

जब आप मास्क उतारते हैं, तो उसे एक साफ प्लास्टिक की थैली में डाले और हर दिन या तो इसे धोएं यदि यह एक कपड़े का मास्क है, या कचरा बिन में एक चिकित्सा मास्क का निपटान करता है।

वाल्व के साथ मास्क का उपयोग न करें।



किस तरह के mask पहनने के लिए और कब, हमारे प्रश्नोत्तर को पढ़ें और हमारे वीडियो देखें। मास्क और बच्चों पर केंद्रित एक प्रश्नोत्तर भी है।

इस साक्षात्कार को देखने या पढ़ने के द्वारा COVID-19 लोगों और हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करता है, इसके विज्ञान के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।

निर्णय निर्माताओं के लिए विशिष्ट सलाह के लिए, WHO का तकनीकी मार्गदर्शन देखें।


 


कैसे अपने पर्यावरण को सुरक्षित बनाने के लिए

3 सी से बचें: रिक्त स्थान, बंद भीड़, या निकट संपर्क शामिल।

रेस्तरां, गाना बजाने की प्रथा, फिटनेस कक्षाएं, नाइटक्लब, कार्यालयों और पूजा के स्थानों पर जहां लोगों को इकट्ठा किया गया है, अक्सर भीड़ इनडोर सेटिंग्स में जहां वे जोर से बात करते हैं, चिल्लाते हैं, जोर से सांस लेते हैं या गाते हैं।

सीओवीआईडी ​​-19 प्राप्त करने का जोखिम भीड़ और अपर्याप्त रूप से हवादार स्थानों में अधिक होता है जहां संक्रमित लोग लंबे समय तक एक साथ निकटता में रहते हैं। ये वातावरण हैं जहां वायरस श्वसन बूंदों या एरोसोल द्वारा अधिक कुशलता से फैलता दिखाई देता है, इसलिए सावधानी बरतना और भी महत्वपूर्ण है।

बाहर के लोगों से मिलते हैं। घर के बाहर की सभाएं घर की तुलना में सुरक्षित होती हैं, खासकर अगर इनडोर स्थान छोटे और बिना बाहरी हवा के अंदर आ रहे हों।

पारिवारिक समारोहों, बच्चों के फुटबॉल खेल और पारिवारिक अवसरों जैसे कार्यक्रमों को कैसे आयोजित करें, इस बारे में अधिक जानकारी के लिए, छोटे सार्वजनिक समारोहों पर हमारे प्रश्नोत्तर पढ़ें।

भीड़ या इनडोर सेटिंग से बचें लेकिन यदि आप नहीं कर सकते हैं, तो सावधानी बरतें:

एक खिड़की खोलें। घर के अंदर 'प्राकृतिक वेंटिलेशन' की मात्रा बढ़ाएँ।

डब्ल्यूएचओ ने आम जनता और सार्वजनिक स्थानों और इमारतों का प्रबंधन करने वाले दोनों लोगों के लिए वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग पर क्यू एंड अस प्रकाशित किया है।

एक मुखौटा पहनें (अधिक जानकारी के लिए ऊपर देखें)।

 


अच्छी स्वच्छता की मूल बातें मत भूलना

अपने हाथों को अल्कोहल-आधारित हाथ से नियमित रूप से और अच्छी तरह से साफ करें या उन्हें साबुन और पानी से धोएं। यह वायरस सहित कीटाणुओं को खत्म करता है जो आपके हाथों पर हो सकते हैं।

अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें। हाथ कई सतहों को छूते हैं और वायरस उठा सकते हैं। एक बार दूषित होने पर, हाथ वायरस को आपकी आंखों, नाक या मुंह में स्थानांतरित कर सकते हैं। वहां से, वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है और आपको संक्रमित कर सकता है।

खांसी या छींक आने पर अपने मुंह और नाक को अपनी मुड़ी हुई कोहनी या ऊतक से ढक लें। फिर उपयोग किए गए ऊतक को तुरंत एक बंद बिन में डिस्पोज करें और अपने हाथों को धो लें। अच्छे 'श्वसन स्वच्छता' का पालन करके, आप अपने आसपास के लोगों को वायरस से बचाते हैं, जो सर्दी, फ्लू और सीओवीआईडी ​​-19 का कारण बनते हैं।

साफ और कीटाणुरहित सतहों को अक्सर विशेष रूप से जिन्हें नियमित रूप से छुआ जाता है, जैसे कि दरवाजे के हैंडल, नल और फोन स्क्रीन।

 


यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो क्या करें

Corona Ke Kya Laksan He

जानिए COVID-19 के लक्षणों की पूरी श्रृंखला। COVID-19 के सबसे आम लक्षण हैं बुखार, सूखी खांसी और थकान। अन्य लक्षण जो कम आम हैं और कुछ रोगियों को प्रभावित कर सकते हैं स्वाद या गंध, दर्द और दर्द, सिरदर्द, गले में खराश, नाक की भीड़, लाल आँखें, दस्त, या एक त्वचा लाल चकत्ते शामिल हैं।

जब तक आप ठीक नहीं होते हैं, तब तक घर पर रहें और आत्म-अलग रहें, भले ही आपको खांसी, सिरदर्द, हल्का बुखार जैसे मामूली लक्षण हों। सलाह के लिए अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता या हॉटलाइन पर कॉल करें। क्या कोई आपके लिए आपूर्ति लाता है। यदि आपको अपना घर छोड़ने की ज़रूरत है या आपके पास कोई है, तो दूसरों को संक्रमित करने से बचने के लिए एक मेडिकल मास्क पहनें।

यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई है, तो तुरंत चिकित्सा की तलाश करें। पहले टेलीफोन द्वारा कॉल करें, यदि आप अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निर्देशों का पालन और पालन कर सकते हैं।

डब्ल्यूएचओ या आपके स्थानीय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों जैसे विश्वसनीय स्रोतों से नवीनतम जानकारी पर अद्यतित रहें। स्थानीय और राष्ट्रीय अधिकारियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को इस बात की सलाह देने के लिए सर्वोत्तम स्थान दिया गया है कि आपके क्षेत्र के लोगों को खुद की सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए।

मंगलवार, 29 सितंबर 2020

जीरे के स्वास्थ्य संबंधी आश्चर्यजनक लाभ Jire khane ke labh


दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि जीरा सब्जी में तड़का लगाने के काम आता हैं, पर क्या आप जानते हैं कि जीरे का प्रयोग और भी कई अन्य कार्यों में किया जाता हैं। दोस्तों आज मैं आपको इस आर्टिकल में जीरे के कई आश्चर्यजनक लाभ बताने वाला हूँ , तो आईए जानते हैं। 


सर्दी खाँसी में जीरे का उपयोग - दोस्तों जीरे को तवे पर हल्का भुन कर उसमेंं गुड मिला कर छोटी-छोटी गोलियां बना कर डब्बे में भर लेें,सर्दी खाँँसी होने पर एक गोली हल्के गरम पानी के साथ लें खाँसी ठीक हो जाएगी।
पेट दर्द होने पर जीरे का उपयोग - दोस्तों पेट दर्द होने पर एक चम्मच जीरे को पीस कर या चबा कर उपर से गरम पानी पीने से फौरन आराम मिलता हैं। 
मोटापा घटाने के लिए जीरे का उपयोग - दोस्तों मोटापा एक बहुत ही कष्टदायक समस्या है, मोटापे के कारण व्यक्ति कुरुप तो दिखता है साथ ही इससे चलने फिरने में भी बहुत तकलीफ होती हैं, मोटापा कई रोगों के जन्म का कारण बनता हैं। नियमित रूप से जीरे को गर्म पानी के साथ लेने से मोटापे की समस्या समाप्त होने लग जाएगी।
अनिद्रा अर्थात नींद न आने पर - दोस्तों जीरे को पीस कर उपर से एक गिलास पानी पी ले आपको कुछ ही देर में नींद आने लग जाएगी। 
भुख न लगने पर जीरे का उपयोग - दोस्तों भुखे पेट एक चम्मच जीरे को खाने से भुख लगने लग जाएगी।
बदन दर्द में जीरे का उपयोग - शारीरिक थकान होने अथवा बदन दर्द होने पर जीरे को  पीस कर नींबू के साथ पीने से लाभ मिलता हैं। 
तो दोस्तों आशा करता हूँ कि आपको ये लेख पसंद आया होगा।

सोमवार, 27 जुलाई 2020

मस्से का पक्का इलाज masse ka ilaj

नमस्कार दोस्तों स्वागत हैं आपका इस ब्लाॅग पर। दोस्तों आज मैं एक ऐसे रोग के इलाज के बारे में आपको बताऊँगा जो बहुत ही कष्टदायक हैं , और लाइलाज हैं।
दोस्तों ये एक प्रकार का चर्म रोग हैं जिसका नाम हैं मस्से ( warts ) दोस्तों इसे इंग्लिश में wart कहा जाता हैं अगर ये चेहरे पर हो जाते हैं तो आपके रंग रुप को बिगाड़ कर रख देता हैं, पर निराश मत होइए आज मैं आपको अपनी कहानी और इसका इलाज बता रहा हूं।
 मेरे चेहरे पर बचपन से ही मस्सा थे। और ये मेरे पिताजी को भी थे । हम ऐसा मान सकते हैं कि ये एक अनुवाशिंक रोग भी हैं। मैंने इस रोग का उपचार कराने के कई उपाय किये,पर सब विफल रहे पैसे भी बहुत खर्च किये पर,कोई परिणाम नहीं एक दिन मैं अमेजॉन पर वार्ट रिमुवर ढुंढ रहा था,तभी मुझे वार्टोसीन मिला ,मैंने इसे खरीदा और इस्तेमाल करना शुरू किया। मुझे इससे बहुत ही परिणाम मिला। ये मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। धन्यवाद वार्टोसीन के निर्माता को।
इसे लगाने की विधि

सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह धो ले अब आप इसे उस स्थान पर लगाए जहाँ पर मस्से हो रहे हैं। इसके बाद आपको थोडी़ सी जलन महसुस होगी पर गबराए नहीं जब जलन बढने लगे और मस्से फुटने लगे तब साफ पानी से चैहरा धो लें अब एक सप्ताह तक इंतजार करें वह काफी हद तक ठीक हो जाएगा। ऐसा आप हर सप्ताह के अंतराल के बाद करते रहे जब तक मस्से पुरी तरह ठीक नहीं हो जाते।

शुक्रवार, 1 मई 2020

पुदीने के ये हैं आश्चर्यजनक लाभ pudine ke labh

नमस्कार दोस्तों स्वागत हैं आपका इस ब्लाॅग पर, आज मैं आपको बताऊँगा की मीन्ट यानी पुदीने के फायदे पुदीने की खुशबूदार पत्तियों से कौन परिचित नहीं है गर्मी का मौसम आते ही पुदीने की जरुरत बढ़ जाती है, हर घर में पुदीने की चटनी बनाई जाती है। दोस्तों पुदीने में विटामिन ए विटामिन बी विटामिन सी और डी आयरन फास्फोरस और कैल्शियम काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं और
pudina chatni
यह हमारी सेहत और सुंदरता दोनों को ही सवारने और निखारने का काम करता है आइए जानते हैं पुदीने के फायदे पुदीना हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को यानी पाचन तंत्र को बहुत स्ट्रॉन्ग बना देता है और पाचन संबंधी सभी बीमारियों जैसे गैस बदहजमी उल्टी नौसिया आदि से निजात दिलाने में तो काफी सक्षम है अगर आपको भी कोई पाचन संबंधी रोग हैं तो रोज़ पुदीने की चटनी या पुदीने की चाय पीये और अपने हाजमे को दुरुस्त बना लीजिए । पुदीना एक प्राकृतिक रोगप्रतिरोधक दवा की तरह भी काम करता हैं। अगर आपको खाँसी हो गई है और जाने का नाम नहीं ले रही है तो पुदीने की पत्तियों को पानी में डालकर दिन में दो तीन बार भाप लीजिए स्टीम लीजिए खांसी जल्दी ही ठीक हो जाएगी अस्थमा पेशेंट्स के लिए भी पुदीने का सेवन बहुत ही लाभदायक है यदि आपकी त्वचा पर कोई घाव हो गया है या आप खुजली और दाद की समस्या से परेशान हैं तो पुदीने की पत्ती का लेप अपनी त्वचा पर लगा लीजिए, ये अपने घाव जल्दी ठीक हो जाएगा और खुजली की समस्या भी ठीक हो जाएगी दोस्तों पुदीने की प्रकृति ठंडी होती हैं इसलिए पुदीने की चटनी खाने या रस रोज़ पीने से गर्मियों में लू नहीं लगती

बुखार होने पर पुदीने की पत्तियों को पानी में उबाल लीजिये फिर उसमें चीनी मिलाकर गर्म चाय के तरह से पीने से बुखार जल्दी उतर जाएगा हैजा होने पर पुदीना प्याज और नींबू का रस एक चम्मच मिलाकर लेने से बहुत फायदा होता है पुदीने की पत्तियों के रस से कुल्ला करने पर मुँह की दुर्गंध दूर हो जाती है। नकसीर होने पर ठण्डे पानी में पुदीने की पत्तियां मिलाकर पीने से नकसीर फौरन दूर हो जाती है पुदीने की पत्तियाँ चबानी से हिचकी आना भी तुरन्त बन्द हो जाता है सिर में दर्द होने पर पुदीने के तेल से माथे और सिर पर मालिश करने से सिर का दर्द फौरन दूर हो जाता है दोस्तों पुदीना एंटी डिप्रेशन का भी काम करता है अगर आप डिप्रेशन में हैं दिमागी रूप से परेशान हैं तो भी ये बहुत लाभकारी हैं। तो दोस्तों आशा करता हूँ कि आपको ये पसंद आई होगी अगर आप ऐसे ही जानकारी पाना चाहते हैं तो हमारी मोबाईल एप्प को

बुधवार, 25 मार्च 2020

सबसे पहले हम इंसान हैं Sabse Pahale insan hai

मानव के अहंकार ने उसे एक झटके में घुटनों पर लाकर रख दिया। उड़े जा रहे थे, उड़े जा रहे थे

Hum insan hai

कोई चाँद पर कब्जे की तैयारी कर रहा है तो 
कोई मंगल पर कोई सूरज को छूने की कोशिश कर रहा है तो  कोई अंतरिक्ष में की गहराई माप रहा है! 
चीन पड़ोसी देशों की जमीन हड़पने की तैयारी में हैं तो 
रूस और अमेरिका परमाणु उर्जा के नशे में पूरे विश्व को ध्वस्त करने की कोशिश में लगे हैं! 
कहीं धर्म के नाम पर नरसंहार चल रहा है तो, कहीं जाति के नाम पर अत्याचार! छोटे-छोटे बच्चों के बलात्कार किये जा रहे हैं! 
मानवता तो जैसे समाप्त ही हो चुकी है। परमात्मा ने मानो इशारा किया है  कि, संभल जाओ परिणाम गंभीर हो सकते हैं
"मैंने तो तुम लोगों को इतनी खूबसूरत धरती पर, जो कि स्वर्ग के समान हैं उस पर रहने के लिए भेजा था
मगर, तुम लोगों ने तो इस धरती को नर्क बनाकर रख दिया!
मेरे लिए तो आज भी तुम सभी, एक छोटे से प्यारे से परिवार की तरह हो। 
मैं नहीं जानता कि कहाँ चीन की सीमा खत्म होकर भारत की सीमा शुरू होती है? 
कहाँ ईरान है? कहाँ इटली?? और कहाँ जर्मनी?
ये सीमाएँ तुम लोगों ने बनायी हैं! 
मुझे नहीं पता कि कौन ईसाई  है? कौन मुस्लिम ? कौन हिन्दू ? कौन सिक्ख ? कौन यहूदी ? और कौन बौद्ध है? 
मुझे नहीं पता कि कौन ऊँची जाति का है? और कौन नीची जाति का?  मैंने तो सिर्फ़ इंसान बनाया था! 
क्यों एक दूसरे को मार रहे हो?  प्यार से क्यों नहीं रह पा रहे हो? जानते हो कि सब छोड़कर मेरे पास ही आना है! 
तब भी छीना-झपटी, नोचा-खसोटी और अत्याचार फैला रखा है! अभी तो मैंने केवल अपना तीसरा नेत्र
थोड़ा सा मिच-मिचाया है!
संभल जाओ और सुधर जाओ । फिर मत कहना कि मैंने मौका नहीं दिया
एक बार वासुदेव-कुटुम्बकम की तरह रहकर तो देखो, 
सब ठीक हो जाएगा।

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

दिनचर्या कैसी होनी चाहिए । din ki shuruaat

5 मिनट निकालो और पढ़ो


*1. सुबह उठ कर कैसा पानी पीना चाहिए*?

    उत्तर -     हल्का गर्म

*2.  पानी पीने का क्या तरीका होता है*?

    उत्तर -    सिप सिप करके व नीचे बैठ कर

*3. खाना कितनी बार चबाना चाहिए*?

     उत्तर. -    32 बार

*4.  पेट भर कर खाना कब खाना चाहिए*?

     उत्तर. -     सुबह

*5.  सुबह का नाश्ता कब तक खा लेना चाहिए*?

     उत्तर. -    सूरज निकलने के ढाई घण्टे तक

*6.  सुबह खाने के साथ क्या पीना चाहिए*?
     
     उत्तर. -     जूस

*7.  दोपहर को खाने के साथ क्या पीना चाहिए*?

    उत्तर. -     लस्सी / छाछ

*8.  रात को खाने के साथ क्या पीना चाहिए*?

    उत्तर. -     दूध

*9.  खट्टे फल किस समय नही खाने चाहिए*?

    उत्तर. -     रात को

*10. आईसक्रीम कब खानी चाहिए*?

       उत्तर. -      कभी नही

*11. फ्रिज़ से निकाली हुई चीज कितनी देर बाद*
      *खानी चाहिए*?

      उत्तर. -    1 घण्टे बाद

*12. क्या कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए*?

       उत्तर. -      नहीं

*13.  बना हुआ खाना कितनी देर बाद तक खा*
      *लेना चाहिए*?

      उत्तर. -     40 मिनट

*14.  रात को कितना खाना खाना चाहिए*?

       उत्तर. -    न के बराबर

*15.  रात का खाना किस समय कर लेना चाहिए*?

      उत्तर. -     सूरज छिपने से पहले

*16. पानी खाना खाने से कितने समय पहले*
     *पी सकते हैं*?

      उत्तर. -     48 मिनट

*17.  क्या रात को लस्सी पी सकते हैं*?

     उत्तर. -     नहीं  

*18.  सुबह नाश्ते के बाद क्या करना चाहिए*?

       उत्तर. -     काम

*19. दोपहर को खाना खाने के बाद क्या करना*
       *चाहिए*?

       उत्तर. -     आराम

*20. रात को खाना खाने के बाद क्या करना*
     *चाहिए*?

      उत्तर. -    500 कदम चलना चाहिए

*21. खाना खाने के बाद हमेशा क्या करना चाहिए*?

      उत्तर. -     वज्रासन

*22. खाना खाने के बाद वज्रासन कितनी देर*
      *करना चाहिए.*?
     
      उत्तर. -     5 -10 मिनट

*23.  सुबह उठ कर आखों मे क्या डालना चाहिए*?

      उत्तर. -    ठंडा पानी।

*24.  रात को किस समय तक सो जाना चाहिए*?

      उत्तर. -     9 - 10 बजे तक

*25. तीन जहर के नाम बताओ*?

      उत्तर.-    चीनी , मैदा , सफेद नमक

*26. दोपहर को सब्जी मे क्या डाल कर खाना*
      *चाहिए*?

      उत्तर. -     अजवायन

*27.  क्या रात को सलाद खानी चाहिए*?

      उत्तर. -     नहीं

*28. खाना हमेशा कैसे खाना चाहिए*?

      उत्तर. -     नीचे बैठकर व खूब चबाकर

*29. चाय कब पीनी चाहिए*?

      उत्तर. -     कभी नहीं

*30. दूध मे क्या डाल कर पीना चाहिए*?

      उत्तर. -    हल्दी

*31.  दूध में हल्दी डालकर क्यों पीनी चाहिए*?

      उत्तर. -    कैंसर ना हो इसलिए

*32. कौन सी चिकित्सा पद्धति ठीक है*?

      उत्तर. -   आयुर्वेद

*33. सोने के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए*?

      उत्तर. -   अक्टूबर से मार्च (सर्दियों में)

*34. ताम्बे के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए*?

      उत्तर. -    जून से सितम्बर(वर्षा ऋतु)

*35. मिट्टी के घड़े का पानी कब पीना चाहिए*? 

      उत्तर. -  मार्च से जून (गर्मियों में)

*36. सुबह का पानी कितना पीना चाहिए*?

      उत्तर. -  कम से कम 2 - 3 गिलास।

*37. सुबह कब उठना चाहिए*?

       उत्तर. -  सूरज निकलने से डेढ़ घण्टा पहले।

शनिवार, 7 दिसंबर 2019

जानिए कई बीमारियों में अनार के छिलकों का फायदेमंद उपयोग क्लिक करके

नमस्कार दोस्तों स्वागत हैं आपका हमारे ब्लॉग पर दोस्तों आज हम जानेंगे अनार के सेवन से होने वाले आश्चर्यजनक लाभ के बारे में दोस्तों जैसा कि हम जानते कि अनार एक फल है, इसका रंग लाल होता है।  इसमें कई छोटे छोटे लाल रंग के रस दार बीज होते हैं।  अनार दुनिया के गर्म इलाकों में पाया जाने वाला पादप है।  स्वास्थ्य की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण फल है।  अनार के पेड़ ज्यादातर भारत में महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पाए जाते हैं।  अनार की खोज सबसे पहले रोमन वक्ताओं ने की थी।  रोम के निवासियों ने उच्च वरीयता प्राप्त सेब के साथ अनार कहा। अनार को भारत में कई नामों से जाना जाता है।  बंगाली भाषा में अनार को बेदाना, हिंदी में अनार, संस्कृत में दाड़िम और तमिल में मदुलाई कहा जाता है। अनार के पेड़ सुंदर और आकार में छोटे होते हैं।  इस पेड़ पर फल आने से पहले, एक बड़ा सा लाल फूल आता हैं, जो हरे पत्तों से बहुत सुंदर दिखाई देता हैं।  शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि यह फल लगभग 300 साल पुराना है। यहूदी धर्म में, अनार को प्रजनन क्षमता का एक संकेतक माना जाता है, जबकि भारत में, अनार अपने स्वास्थ्य गुणों के कारण लोकप्रिय है।
Know the beneficial use of pomegranate peels in many diseases
अनार में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं। 100 ग्राम अनार खाने से हमारे शरीर को लगभग 75 किलो कैलोरी ऊर्जा मिलती है। अनार का उपयोग कई आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में भी किया जाता है। इसके बीजों से निकाला गया तेल औद्योगिक क्षेत्र में उपयोग किया जाता है। अनार के पेड़ की लकड़ी बहुत मजबूत होती है। इसकी लकड़ी का उपयोग आमतौर पर चलने की छड़ें बनाने में किया जाता है। 

इस अध्ययन पर पता चलता है कि अनार रक्त जनित रोगों से लड़ता है, उच्च रक्तचाप, सूजन और जलन को कम करता है। राहत प्रदान करता है, गठिया और गाउट की संभावना को कम करता है और जोड़ों के दर्द को कम करता है, कैंसर को रोकने में मदद करता है, शरीर की उम्र बढ़ने और महिलाओं में मातृत्व पुरुषों में त्वरण और मर्दानगी की संभावना को बढ़ाता है। अनार त्वचा के कैंसर, स्तन कैंसर, प्रोस्टेट ग्रंथि के कैंसर और पेट के अल्सर की संभावना को कम करने के मामले में भी विशेष रूप से उपयोगी पाया गया है। अमेरिकी डॉक्टरों के एक जर्नल ने हाल ही में लिखा है कि अनार का रस बुढ़ापे में अल्केरा लिम्फ रोग की संभावना को भी कम करता है। 
ANAR KA RAS

अनार के बीज से बने पेन का उपयोग पूजा और तांत्रिक प्रयोगों में भी किया जाता है। पुजारी / टैंट्रिक्स, एक साफ कागज पर लाल स्याही में अनार की कलम डुबो कर एक उपकरण बनाते हैं, जो गणित की रेखाओं और अक्षरों के साथ होता है, जो व्यक्ति को शरीर पर धारण करके नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से बचाता है। यह सच है कि अनार एक लाभकारी फल है। जिसे हम फल के रूप में कम और दवा के रूप में अधिक उपयोग करते हैं। लेकिन जिस तरह अनार कई बीमारियों में रामबाण है, उसी तरह अनार के छिलकों को कई बीमारियों में दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। कई वैध और कानूनी चिकित्सक अभी भी अपनी दवाओं में अनार के छिलकों का उपयोग करते हैं। यहां हम आपको अनार के छिलकों के कुछ फायदे बता रहे हैं। बालों का झड़ना रोकें और बालों के लिए अनार के छिलके भी फायदेमंद हैं।
Know the beneficial use of pomegranate peels in many diseases

इनका इस्तेमाल करने के लिए अनार के छिलकों के पाउडर को तेल में मिलाकर सिर पर लगाएं, इससे बालों के झड़ने और रूसी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। शैंपू करने से पहले दो घंटे तक इससे अपने सिर की मालिश करें। खराब गले और खांसी से राहत: गले में खराश होने पर भी इसके छिलकों के इस्तेमाल से राहत मिलती है। 

उपयोग के लिए, छिलकों के पाउडर को पानी में उबालें और उससे गरारे करें। यह टॉन्सिल दर्द और गले में खराश में राहत देता है। खांसी होने की स्थिति में अनार के छिलके को मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसने से कुछ समय बाद खांसी बंद हो जाएगी। कोलेस्ट्रॉल और तनाव अनार के छिलकों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व कोलेस्ट्रॉल और तनाव आदि को कम करते हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। उपयोग के लिए, एक गिलास अनार के छिलके के पाउडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पीएं।